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मेरा सवाल किसी एक से नहीं बल्कि उन सभी से है, जो राष्ट्र के प्रति फिर थोड़ा बहुत भी सरोकार मानते हैं। क्या अखंड भारत की बातें सिर्फ बातें हैं..? क्या दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, चेन्नई अथवा देश का कोई अन्य राज्य अथवा देश का कोई अन्य जिला अखंड भारत का हिस्सा है..? देश के किसी अन्य राज्य अथवा किसी अन्य शहर में तिरंगा फहराने की आजादी है..? और यदि दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, चेन्नई अथवा देश का कोई अन्य जिला या राज्य अखंड भारत का हिस्सा है.. और अगर वहां तिरंगा फहराने की आजादी है…… ? तो क्या कश्मीर में है..? क्या कश्मीर उसी अखंड भारत का अखंड हिस्सा है..? जैसा कि दिल्ली, मुम्बई या चेन्नई ..? अगर है तो क्या दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई या फिर देश के किसी अन्य राज्य अथवा किसी अन्य जिले की तरह कश्मीर में भी तिरंगा फहराने की आजादी है..? एक बात और पूछना चाहता हूं, कि क्या कश्मीर का लाल चौक अब वोटों के दलालों का चौक बन चुका है..? बुरा मत मानियेगा। मेरा सवाल २६ जनवरी को लेकर है। २६ जनवरी को एक राष्ट्रीय संगठन की युवा शाखा ने कश्मीर के लाल चौक में तिरंगा फहराने की घोषणा की है। मेरे एक मित्र कहने लगे कि यार तुम ब्लाग पर सवाल बहुत पूछते हो। अगर मेरे सवाल गलत हो तो मुझे निंदा की भी परवाह नहीं। खैर। अपनी बात पर आता हूं.। तिरंगा फहराने की घोषणा से कश्मीर के अलगाववादियों में खलबली मच गई। उससे ज्यादा पाकिस्तानियों में मची। उससे ज्यादा वहां कांग्रेस के सहयोग से चल रही सरकार में और उससे भी ज्यादा कांग्रेस नीत केंद्र सरकार में..। सोमवार की देर शाम जब आफिस से घर आया तो न्यूज चैनल पर देखा कि कश्मीर में तिरंगा फहराने जा रहे कुछ नेता हवाई अड्डे पर ही रोक लिए गए। फिर कुछ देर बाद देखा कि वे गिरफ्तार भी कर लिए गए…। सोच में पड़ गया कि क्या वाकई जम्मू कश्मीर की सरकार यह मानती है कि कश्मीर भारत का अखंड भारत का अंग है..? कम से कम पाकिस्तान और चीन तो नहीं मानता। क्या कश्मीर शासित दलों से समन्वय रखने वाले अन्य दल भी मानते हैं कि क्या कश्मीर अखंड भारत का हिस्सा है..? कम से कम पाकिस्तान और चीन तो नहीं मानतें..। लेकिन सबसे बड़ा सवाल तो उस केंद्र सरकार से है, जिसके अंतर्गत जम्मू के हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशन आते हैं कि क्या वो कश्मीर को अखंड भारत का हिस्सा मानते हैं..? जिसका सपना महात्मा गांधी ने देखा था…? जिसे दुनियां का स्वर्ग कहा गया है..। जिसे एक दल ने वोटों का जरिया बना लिया है। जहां कम से कम मैं मुक्त हृदय या मेरी तरह अन्य वे लोग जो कश्मीर को अखंड भारत का हिस्सा मानते हैं और वे जो कश्मीर के लाल चौक में तिरंगे को खुली हवा में सांस लेते या फिर लहराते, खिलखिलाते, मुस्कुराते अथवा जीवंत होते देखना चाहते हैं, वे कश्मीर और वहां के लाल चौक को भी अखंड भारत का हिस्सा मानते हैं, जहां कम से कम मैं तिरंगा फहरा सकता हूं….। इन्हीं शब्दों के साथ कश्मीर के लाल चौक में लहलहाता, चमचमाता, दमकता, खुली हवा में सांस लेता और अखंड भारत के गीत गाता तिरंगा देखने की कामना लिए आपके जवाब के इंतजार में…।
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